2 Star (**)
आज कल जिस तरह की फ़िल्में सफल हो रही हैं
और बेहिसाब पैसा कमा रही है, ऐसे दौर में भी अगर कोई फिल्म बड़े बज़ट और सितारों के
होते हुए भी पसंद ना की जाए तो लानत है।
जोकर कहानी है अगस्त्या (अक्षय कुमार) की जो अमेरिका में एक
वैज्ञानिक है और एक ऐसे मशीन के निर्माण में व्यस्त है जो एलियंस से संपर्क कर सके। इस बात के लिए अगस्त्या पर पैसा लगाने
वाली कंपनी का दबाव है और अब उसके पास एक महीने की मोहलत है इस प्रयोग को पूरा
करने के लिए। अगस्त्या को भारत
में उसके गाँव पगलापुर से सन्देश आता है कि उसके पिता की तबियत ठीक नहीं है। अगस्त्या अपने साथ रहने वाली दोस्त दीवा
(सोनाक्षी सिन्हा) के साथ पगलापुर आता है, यहाँ गाँव की हालत काफी खराब है और
अगस्त्या इन बिगड़े हालात को सुधारने के प्रयास में एक तरकीब का सहारा लेता है
जिसके तहत वो दुनिया को ये संदेश पहुंचाता है की पगलापुर में एलियंस ने क्रॉप
सर्किल बनाया है। अब पगलापुर के ६००
पागल निवासी और देश भर का मीडिया एलियन एलियन खेल रहे हैं।
फिल्म के निर्माता, निर्देशक, लेखक, एडिटर, संगीत निर्देशक,
बैगराउंड संगीतकार, गीतकार, डी. आई. इंचार्ज शिरीष कुंदर ही हैं। वे ‘जो जो -कर’ सकते थे उन्होंने
सब किया, पता नहीं वो अभिनय क्यों नहीं करना चाहते। कहना होगा कि कुंदर ने कहानी तो ऐसी सोची
जो मनोरंजक हो सकती थी, लेकिन ना जाने क्यों वे इतनी जल्दी में थे की (काम का बोझ
शायद) कहानी में वो किसी भी बात को समय नहीं दे पा रहे थे। सब कुछ चुटकी बजाते हो रहा था। शिरीष एक बेहतरीन एडिटर हैं और अपनी
पिछली निर्देशित फिल्म की तरह इस बार भी एडिटिंग काफी अच्छी थी। फिल्म का लुक आकर्षक है। लेकिन स्पेशल इफेक्ट्स बहुत ही साधारण है,
बल्कि हास्यास्पद हैं। सिनेमेटोग्राफी अच्छी है। फिल्म के संवाद औसत दर्जे के हैं और कई
जगह आप को हंसा सकते हैं लेकिन अफ़सोस वो “कई जगह” बहुत कम है।
फिल्म के शुरुआत में ही चित्रांगदा सिंह पर फिल्माया गया एक
आइटम नंबर है। आइटम नंबर और
चित्रांगदा दोनों ही एक दूसरे के लिए नए हैं इस लिहाज़ से गाने में एक ताज़गी है। बाकी गानों के लिए इस लिए कुछ नहीं कहा
जा सकता क्युकी टिप्पणी के लिए गानों का याद रह जाना भी जरूरी है।
अभिनय कि द्रष्टि से अक्षय कुमार के पास कुछ भी ऐसा नहीं है
जो उन्होंने पहले ना किया हो लेकिन फिर भी अक्षय सफल हैं। सोनाक्षी की ये सबसे महत्वपूर्ण फिल्म है
लेकिन इसलिए नहीं कि इस बार उन्हें कुछ करने को मिल गया है बल्कि इसलिए कि वे इस
बार पूरी फिल्म में हैं और बार बार दिखती हैं। “काला गूश गुट गुट” ये वो शब्द हैं जिसके साथ श्रेयश तलपड़े
अपनी पूरी क्षमता के साथ आप को चिढ़ाते हैं। विंदू दारा सिंह, असरानी, अवतार गिल,
अंजन श्रीवास्तव, संजय मिश्रा और दर्शन ज़रीवाला के बीच आप को मिनीषा लाम्बा पर नज़र
रखनी होगी।
अक्षय कुमार और शिरीष दोनों को ही जोकर के हश्र से सबक लेने
की जरूरत है।
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