सत्तर और अस्सी के दशक में हिंदी फिल्मों
के शौक़ीन और खासकर अमिताभ बच्चन के प्रशंसकों के लिए प्यारेलाल एक जाना पहचाना नाम
है। ये वो नाम है जो अमिताभ बच्चन की प्रकाश मेहरा के साथ की गयी सभी हिट फिल्मों के साथ जुड़ा हुआ है। जी हाँ और वो हैं राम सेठी।
जिन्होंने पिछले चालीस सालों में अमिताभ और उस वक्त के तकरीबन सभी बड़े कलाकारों के
साथ काम किया। वो एक बार फिर चर्चा में आये जब उन्हें
पिछले दिनों एक मोटर बाईक के विज्ञापन में देखा गया। वैसे 2010 में उन्होंने आशुतोष
गोवारिकर की फिल्म खेलें हम जी जान से में काम किया था लेकिन वो फिल्म बुरी तरह पिटी और राम सेठी के
लौटने की चर्चा हुई बाईक के विज्ञापन के साथ।
७३ साल कि उम्र में राम सेठी एक बार फिर
अपने फ़िल्मी सफर को शुरू करने जा रहे हैं। राम सेठी के अनुसार वो १९६२ में दिल्ली से मुम्बई आये और
उनके आठ भाई बहन थे। उनके पिता ने उन्हें १५० रूपए महीना देने
का वादा किया लेकिन सिर्फ ६ महीनो के लिए। ना कुछ होना था ना हुआ और वो वापस दिल्ली गए लेकिन १९६४
में फिर आने के लिए, इस बार भी काम तो नहीं मिला लेकिन लेख टंडन (रवीना के पिता) जैसे
निर्देशकों से आश्वाशन जरूर मिला। १९६८ में एक बार फिर मुंबई
का रुख किया और इस बार वापस ना जाने के लिए, और शुरुआत हुई एम.एस. सथ्यु (गरम हवा
के निर्देशक) के सहायक के रूप में जो भारत-रूस के सहयोग से बन रही एक फिल्म ब्लैक-माउन्टेन
बना रहे थे।
१९७१ में राम सेठी की मुलाक़ात प्रकाश
मेहरा से हुई जो एक फिल्म बनाने जा रहे थे, राम सेठी ने शुरुआत की क्लैप-बॉय के
रूप में और फिल्म के लिए डायलाग भी लिखे।
राम सेठी बताते हैं कि उन दिनों राईटरस को
ना सिर्फ लाइन्स को उर्दू में ही लिखना पड़ता था बल्कि उनके सही उच्चारण की जिम्मेदारी
भी होती थी।
प्रकाश मेहरा कि फिल्म “एक कुंवारी एक कुंवारा” में सहायक निर्देशक की
भूमिका के साथ अभिनय का भी मौक़ा मिला और यहाँ से राम सेठी के अभिनय का सफर शुरू
हुआ। फिर उसके बाद जंजीर आई जिसमे उन्होंने एक पुलिस कान्स्टेबल का रोल अदा
किया।
और फिर आई “मुकद्दर का सिकंदर”, जिसमे राम सेठी ने अमिताभ बच्चन के साथ काम किया जिसने
उन्हें प्यारेलाल के नाम से ही प्रसिद्ध कर दिया। दरअसल प्यारेलाल का रोल असरानी
को करना था लेकिन ऐन वक्त पर असरानी किसी दूसरी फिल्म कि शूटिंग में फंस गए और दो
दिल इंतज़ार के बाद रोल मिला राम सेठी को।
प्रकाश मेहरा ने राम सेठी को १९८३ में एक
फिल्म “घुंघरू” का निर्देशन भी करने को दिया जिसमे शशि कपूर और स्मिता
पाटिल जैसे कलाकार थे।
प्रकाश मेहरा राम सेठी को नहीं छोड़ना चाहते ना राम सेठी प्रकाश मेहरा को। प्रकाश मेहरा के साथ ने जहा उन्हें काम दिलाया वहीं शायद राम सेठी बाहर मिलने वाले काम को गंवाते भी रहे।
प्रकाश मेहरा राम सेठी को नहीं छोड़ना चाहते ना राम सेठी प्रकाश मेहरा को। प्रकाश मेहरा के साथ ने जहा उन्हें काम दिलाया वहीं शायद राम सेठी बाहर मिलने वाले काम को गंवाते भी रहे।
नब्बे के दशक में राम सेठी की माली हालत
ने उन्हें एक बार फिर करीब करीब फुटपाथ पर लाकर खड़ा कर दिया, यहाँ एक बार फिर
प्रकाश मेहरा ने उन्हें आर्थिक मदद की। करीब चार साल तक टीवी में काम करने के बाद
राम सेठी एक बार फिर अपने पुराने काम में मशगूल होते दिख रहे है। प्यारेलाल का
स्वागत है।
राम सेठी कि अगली फिल्म है राजकुमार
हिरानी और आमिर खान की पीके ।
No comments:
Post a Comment